मुगल शासक चाहते तो देश को इस्लामिक राष्ट्र में बदल सकते थे!
مغل حکمران چاہتے تو ملک کو اسلامی قوم میں تبدیل کر سکتے تھے
Want mughal empire could turn the country into an Islamic state

नई दिल्ली। अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने फिर एक ऐसा बयान दे डाला है जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार से बातचीत में राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सहिष्णुता हमारे देश की प्रकृति रही है। हमने किसी देश पर युद्ध नहीं किया। हमारे देश में धर्म के नाम पर कभी युद्ध नहीं हुआ।
इस्लाम यहां आया और उसने भारतीय व्यवस्था में स्वयं को आत्मसात कर लिया। हमारा आधार -जियो और जीने दो-है। उन्होंने तर्क दिया कि यदि आप भारत मुगल शासन पर गौर करें तो आप देखेंगे कि उन्होंने हिन्दुओं को आगे बढऩे दिया। उन्होंने सनातन धर्म को अधिक आदर दिया। यदि वे चाहते तो इस देश को इस्लामिक राष्ट्र में बदल सकते थे। वे ऐसा कर सकते थे क्योंकि उन्होंने इस देश पर 500 से अधिक सालों पर राज किया है। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
दिग्विजय बातचीत में आगे कहते हैं कि उनकी सेना में हिन्दू जनरल थे। हिन्दू सलाहकार थे। यदि आप अकबर के नौरत्नों के बारे में पता करेंगे तो मालुम होगा कि उनमें से अधिकांश हिन्दू थे। अत: यह देश की महानता है जिसे दुर्भाग्य से भाजपा नष्ट कर रही है। भाजपा कैडर के लोग कानून को अपने हाथ में लिए हुए हैं और धर्म के नाम पर लोगों को बांट रहे हैं। यदि आप इस ध्रुवीकरण को बढऩे में मदद करेंगे तो इसकी अल्पसंख्यक की ओर से प्रतिक्रिया होगी।
उन्होंने तर्क दिया कि पाकिस्तान में क्या हुआ? जिया-उल-हक ने जमात-ए-इस्लामी को आगे बढ़ाया। सरकार में धर्मान्ध लोग शामिल हो गए। आज देखिए पाकिस्तान कहां खड़ा है। पाकिस्तान एक विफल राष्ट्र साबित हुआ है।
यह भी बोले दिग्गी राजा
-दिल्ली और बिहार में भाजपा चुनाव हारी, नरेन्द्र मोदी दो कार्यकाल के लिए फिट नहीं।
-भाजपा के चुनावी वादे पूरे नहीं, मनरेगा में धन आवंटन घटा, सामाजिक क्षेत्र में विनिवेश कम।
-आरएसएस बच्चों के दिमाग में जहर भर रहा।
-कांग्रेस उदारवादी पार्टी, इसकी सोच 18वीं सदी की नहीं।

0 comments:

Post a Comment

 
Top