Mock riot, with saffron flags 'Marauders' organically on
इलाहाबाद में पुलिस लाइन में दंगे की मॉक ड्रिल को लेकर विवाद हो गया है.
दंगे को रोकने की तैयारी देखने के लिए इलाहाबाद के एसएसपी के एस एमानुएल ने एक मॉक ड्रिल के आदेश दिए थे.
पुलिस ने जो मॉकड्रिल की उसमें नकली दंगाइयों के हाथों में भगवा झंडे थे. ये नकली दंगाई पुलिस के ही जवान थे.
अब विश्व हिंदू परिषद के नेताओं का कहना है कि मॉकड्रिल में भगवा झंडे को दिखाना ग़लत है.
'निंदनीय'
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री पवन श्रीवास्तव ने कहा, "इलाहाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने हिंदूवादी लोगो को दंगाई की तरह पेश किया, जो कि बेहद निंदनीय है."
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि अगर एसएसपी ने माफ़ी नहीं मांगी तो उनके ख़िलाफ़ आंदोलन किया जाएगा.
वहीं एसएसपी एमानुएल ने इस पूरे मामले को महज़ इत्तेफ़ाक बताया है. उन्होंने कहा, "सारे रंगों का कोई न कोई मतलब निकाला जा सकता है. माक ड्रिल को ज्यादा जीवंत बनाने के उद्देश्य से झंडा दिया गया था जिसका कोई भी रंग हो सकता है."
इलाहाबाद के आईजी बीबी शर्मा का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है. भाजपा ने इलाहाबाद एसएसपी को हटाए जाने की मांग है.
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