मरीजों की सुविधा को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र फूलपुर को उच्चीकृत करके 100 बेड की क्षमता बनाने की कवायद शुक्रवार को जमीन की नापी जोखी से शुरू हुई।
इसके लिए स्वास्थ निदेशालय लखनऊ की टीम फूलपुर पहुंची।
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र की क्षमता बढ़ जाने पर क्षेत्रीय लोगों को काफी फायदा मिलने वाला है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव के जनपद के प्रथम आगमन पर सीएचसी फूलपुर में 100 बेड के निर्माण की घोषणा की गई थी।
स्वास्थ निदेशालय इसे अंजाम देने के लिए निर्माण कार्य के लिए आंकलन शुरू कर दिया है।
राजस्व विभाग द्वारा इसके निर्माण के लिए फूलपुर मुख्यालय से एक किमी दूर सदरपुर बरौली गांव में आराजी नंबर 920 में 394 हेक्टेयर भूमि का प्रस्ताव बनाकर विभाग को प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
लेकिन उक्त जगह सुविधाजनक न होने के कारण क्षेत्रीय विधायक श्यामबहादुर सिंह यादव ने मरीजों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर में खाली पड़ी भूमि की पैमाइश कराकर निर्माण कराने को कहा।
उन्होंने कहा कि सदरपुर बरौली की जमीन में आवासीय व्यवस्था के लिए प्राकलन तैयार किया जायेगा।
इस मौके पर स्वास्थ्य निदेशालय के निर्माण प्रभारी महेश चन्द्र श्रीवास्तव, रमन कुमार, सीडीओ अनिल कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्याधिकारी डा वीबी सिंह,
नायब तहसीलदार मनीष कुमार, सीएचसी प्रभारी रामआशीष यादव, डा शारदा प्रसाद तिवारी, डां मो अजीम, राजस्व निरीक्षक बनारसी राम,
लेखपाल वीरेन्द्र,विजयबहादुर यादव, नसीम अहमद रहे। स्थापना के बाद से दूसरी बार हो रहा उच्चीकृत : फूलपुर में स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना 1958 के आसपास की गई थी।
मरीजों की सुविधा के लिए 1977,78 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रामनरेश यादव द्वारा इस स्वास्थ्य केन्द्र को 25 बेड वाला कराया था।
निर्माण के बाद 1979 में इस भवन को स्वास्थ्य केन्द्र को सौपा दिया गया था।
इसके बाद 2014 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा जनपद आगमन पर 100 बेड वाले अस्पताल के निर्माण की घोषणा की गई थी।
क्षेत्र के लिए यह स्वास्थ्य केन्द्र सबसे बड़ा स्वास्थ्य केन्द्र हो जायेगा।
इसके लिए स्वास्थ निदेशालय लखनऊ की टीम फूलपुर पहुंची।
सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र की क्षमता बढ़ जाने पर क्षेत्रीय लोगों को काफी फायदा मिलने वाला है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश यादव के जनपद के प्रथम आगमन पर सीएचसी फूलपुर में 100 बेड के निर्माण की घोषणा की गई थी।
स्वास्थ निदेशालय इसे अंजाम देने के लिए निर्माण कार्य के लिए आंकलन शुरू कर दिया है।
राजस्व विभाग द्वारा इसके निर्माण के लिए फूलपुर मुख्यालय से एक किमी दूर सदरपुर बरौली गांव में आराजी नंबर 920 में 394 हेक्टेयर भूमि का प्रस्ताव बनाकर विभाग को प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
लेकिन उक्त जगह सुविधाजनक न होने के कारण क्षेत्रीय विधायक श्यामबहादुर सिंह यादव ने मरीजों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर में खाली पड़ी भूमि की पैमाइश कराकर निर्माण कराने को कहा।
उन्होंने कहा कि सदरपुर बरौली की जमीन में आवासीय व्यवस्था के लिए प्राकलन तैयार किया जायेगा।
इस मौके पर स्वास्थ्य निदेशालय के निर्माण प्रभारी महेश चन्द्र श्रीवास्तव, रमन कुमार, सीडीओ अनिल कुमार मिश्र, मुख्य चिकित्याधिकारी डा वीबी सिंह,
नायब तहसीलदार मनीष कुमार, सीएचसी प्रभारी रामआशीष यादव, डा शारदा प्रसाद तिवारी, डां मो अजीम, राजस्व निरीक्षक बनारसी राम,
लेखपाल वीरेन्द्र,विजयबहादुर यादव, नसीम अहमद रहे। स्थापना के बाद से दूसरी बार हो रहा उच्चीकृत : फूलपुर में स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना 1958 के आसपास की गई थी।
मरीजों की सुविधा के लिए 1977,78 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रामनरेश यादव द्वारा इस स्वास्थ्य केन्द्र को 25 बेड वाला कराया था।
निर्माण के बाद 1979 में इस भवन को स्वास्थ्य केन्द्र को सौपा दिया गया था।
इसके बाद 2014 में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा जनपद आगमन पर 100 बेड वाले अस्पताल के निर्माण की घोषणा की गई थी।
क्षेत्र के लिए यह स्वास्थ्य केन्द्र सबसे बड़ा स्वास्थ्य केन्द्र हो जायेगा।
प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप मरीजों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से 100 बेड के चिकित्सालय खुलवाने के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग महानिदेशालय लखनऊ की टीम ने सीएचसी लालगंज के जमीन की जांच किये।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि इस चिकित्सालय को और अच्छा बनाने के लिए शासन की मंशा के अनुरूप कार्य किया जा रहा है।
इसके साथ ही यहां कोई महिला चिकित्सक न होने से क्षेत्र की महिला मरीजों को आये दिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता था
जिसके परिणाम स्वरूप डॉ. रीता दुबे को महिला चिकित्सक के रूप में यहां नियुक्त किया गया है।
इससे दो दिन पूर्व एसडीएम लालगंज शीतला प्रसाद व विधायक बेचई सरोज ने भी जमीन का नक्शा व रिपोर्ट बनाकर उच्चधिकारियों को प्रेषित किया था।
इस अवसर पर सीडीओ अनिल कुमार मिश्र, डॉ. बीबी सिंह, रमन श्रीवास्तव, महेश चन्द श्रीवास्तव, जेई रामनरायन यादव, एसडीएम शीतला प्रसाद, अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार रहे।
इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि इस चिकित्सालय को और अच्छा बनाने के लिए शासन की मंशा के अनुरूप कार्य किया जा रहा है।
इसके साथ ही यहां कोई महिला चिकित्सक न होने से क्षेत्र की महिला मरीजों को आये दिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता था
जिसके परिणाम स्वरूप डॉ. रीता दुबे को महिला चिकित्सक के रूप में यहां नियुक्त किया गया है।
इससे दो दिन पूर्व एसडीएम लालगंज शीतला प्रसाद व विधायक बेचई सरोज ने भी जमीन का नक्शा व रिपोर्ट बनाकर उच्चधिकारियों को प्रेषित किया था।
इस अवसर पर सीडीओ अनिल कुमार मिश्र, डॉ. बीबी सिंह, रमन श्रीवास्तव, महेश चन्द श्रीवास्तव, जेई रामनरायन यादव, एसडीएम शीतला प्रसाद, अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार रहे।
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