भारत की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई इलाक़ों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

भूकंप के झटकों के बाद लोग इमारतें खाली कर सड़कों पर चले गए. भूकंप स्थानीय समयानुसार 11.45 मिनट पर आया.

अमरीकी भूविज्ञान केंद्र के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल के लामजुंग में है और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.5 है.

इसके बाद दिल्ली के स्थानीय समयानुसार 12 बजकर 20 मिनट पर भूकंप के झटके दोबारा महसूस किए गए.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर के ज़रिए कहा कि नेपाल के साथ-साथ भारत के कई हिस्सों में झटके महसूस किए गए हैं.

उन्होंने कहा, "हम अधिक जानकारी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. हम भारत और नेपाल में उन लोगों के पास पहुंचना चाहते हैं जो इससे प्रभावित हैं."
कोलकाता में सड़कों पर लोग

कोलाकाता से स्थानीय पत्रकार पीएन तिवारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल और पड़ोसी सिक्किम में भी भूकंप के भारी झटके महसूस किए गए. दो मिनट के दौरान भूकंप के कई झटकों की वजह से कोलकाता में डर फैल गया और ऊंची इमारतों से लोग बाहर भागने लगे.

यहां महिलाएं शंख बजाने लगीं. भूकंप के शुरूआती झटकों के बाद यहां मेट्रो रेलवे का संचालन रोक दिया गया.

नेपाल से सटे होने की वजह से बंगाल के दूसरे प्रमुख शहर सिलीगुड़ी में भूकंप का असर ज़्यादा महसूस किया गया.

यहं बिजली कट गई और तमाम टेलीफोन नेटवर्क और केबल नेटवर्क ठप्प हो गए.

सिलीगुड़ी में चाय बागान के सेवानिवृत्त मैनेजर जयराम तिवारी (72) ने सोशल नेटवर्क साइट के जरिए बताया कि उन्होंने अपने जीवन में इस तरह का भूकंप नहीं देखा था.

इसी तरह पड़ोसी राज्य सिक्किम में भी भूकंप का असर ज्यादा रहा. अभी कहीं से जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है.

देहरादून में भी तेज़ झटके

देहारदून से स्थानीय पत्रकार शिव जोशी के मुताबिक भूकंप के झटके राजधानी देहरादून समेत उत्तराखंड के कई इलाक़ों में भी महसूस किए गए.

देहरादून मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा के मुताबिक भूकंप का केंद्र नेपाल में पोखरा के आसपास था.

11 बजकर 41 मिनट 25 सेकंड पर भूकंप आया था.

इसकी लोकेशन थी- 28.1 डिग्री नॉर्थ और 84.6 डिग्री ईस्ट.

कच्चे घर घिरे

रायपुर के छत्तीसगढ़ के सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर और कांकेर में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए. कुछ इलाक़ों में कच्चे मकानों के गिरने की भी खबर है.

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